उर्वशी रामधारी सिंह दिनकर
उर्वशी का काव्य रूप क्या है?
उर्वशी प्रेम और सौन्दर्य का काव्य है। प्रेम और सौन्दर्य की मूल धारा में जीवन दर्शन सम्बन्धी अन्य छोटी-छोटी धाराएँ आकर मिल जाती हैं। प्रेम और सुन्दर का विधान कवि ने बहुत व्यापक धरातल पर किया है। कवि ने प्रेम की छवियों को मनोवैज्ञानिक धरातल पर पहचाना है। यह एक गीतिनाट्य है।
उर्वशी की भाषा क्या है?
उर्वशी में भाषा की सादगी अलंकृति और आभिजात्य की चमक पहन कर आयी है-शायद यह इस कृति को वस्तु की माँग रही हो।। रामधारी सिंह दिनकर की महत्वपूर्ण कृति है।
उर्वशी का नायक कौन है?
पुरुरवा और उर्वशी अलग-अलग तरह की प्यास लेकर आये हैं। पुरुरवा धरती पुत्र है और उर्वशी देवलोक से उतरी हुई नारी है। पुरुरवा के भीतर देवत्व की तृष्णा और उर्वशी सहज निश्चित भाव से पृथ्वी का सुख भोगना चाहती है।पुरुरवाउर्वशी का नायक है।
उर्वशी को ज्ञानपीठ पुरस्कार कब मिला?
उर्वशी रामधारी सिंह 'दिनकर' द्वारा रचित काव्य नाटक है। १९६१ ई. में प्रकाशित इस काव्य में दिनकर ने उर्वशी और पुरुरवा के प्राचीन आख्यान को एक नये अर्थ से जोड़ना चाहा है। अन्य रचनाओं से इतर उर्वशी राष्ट्रवाद और वीर रस प्रधान रचना है।वर्ष 1972 में काव्य रचना उर्वशी के लिये उन्हें ज्ञानपीठ से सम्मानित किया गया।
उर्वशी किसकी पत्नी थी?
पृथ्वी पर आकर उर्वशी ने पुरूरवा से विवाह किया और इनकी नौ संतान हुई। काफी समय बीत जाने के बाद गंधर्वों के मन में उर्वशी को वापस स्वर्ग लाने की इच्छा हुई। गन्धर्वों ने विश्वावसु नामक गंधर्व को उर्वशी के मेष चुराने के लिए भेजा। जिस समय विश्वावसु मेष चुरा रहा था, उस समय पुरूरवा नग्नावस्था में थे।
उर्वशी का मतलब क्या होता है?
उर्वशी (संस्कृत: उर्वशी, रोमनकृत: उर्व) हिंदू धर्म में एक अप्सरा (आकाशीय अप्सरा) है । वह सभी अप्सराओं में सबसे सुंदर और एक विशेषज्ञ नर्तकी मानी जाती हैं। उर्वशी का उल्लेख हिंदू धर्म के कई वैदिक और पुराण शास्त्रों में मिलता है।
उर्वशी में कुल कितने अंक हैं?
उर्वशी में कुल 7 अंक हैं।
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